अक्सर लोग प्यार के नाम पर खुद से ही धोखा कर बैठते हैं। वे सोचते हैं कि जिसको वे पसन्द करते हैं वो भी उसे पसंद करे,जैसा वह सोचते हैं ,जैसा चाहते हैं वो भी वैसा ही करे जब ऐसा नहीं होता तो उस व्यक्ति में आक्रामकता आ जाती है। वास्तव में कभी प्यार करने वाले अपने प्रियतम को हरा नहीं सकते ,कमजोर करने या तोड़ने की सोच भी नहीं सकते क्यों की 'प्रेम 'भावना ही ऐसी है,जो किसी को चोट नहीं पहुंचा सकती।
तभी तो कुछ लोग सिर्फ आवाज सुनकर या एक झलक पाकर भी संतुष्ट हो जाते हैं। जरूरी नहीं कि जिसे आप प्यार करते हैं वो भी आपको प्यार करे। जिस व्यक्ति से आप प्यार करते हैं उसे वजह बना सकते हैं अपनी ख़ुशी ,प्रेरणा और विश्वास की. ...यकीनन वो व्यक्ति आपकी जिन्दगी में परिवर्तन जरूर लाता है,यह आपके ऊपर है कि आप क्या बनना चाहते हैं? उसे जेब में रख कर घूमने का ख्वाब पालते हैं या उसकी ख़ुशी को देखकर ही खुश होना चाहते हैं।
उसके आने से आए बदलाव की आहट को सुनिए आपमें नई ऊर्जा का संचार होगा ,आप अपने काम पर ज्यादा फोकस कर पाएंगे। वो आपके सपनों के कैनवास में रंग भरने वाली कूची भी बन सकता है ,आपके शब्द या आपकी कलम भी , एक खूबसूरत अहसास भी जो हर पल आपको नई उमंग से सरावोर करता रहे और आपकी मुश्किल भरी जिन्दगी में राहत के पल बन जाये। प्यार कभी नफरत में तब्दील हो ही नहीं सकता अगर यह बात समझ में आ जाये कि सिर्फ इंसान को पा लेना ही प्यार नहीं होता ,ऐसा प्यार अक्सर खत्म ही हो जाता है तो बहुत सारी मुश्किलों का हल खुद ही निकल आएगा।
अलका सिंह
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